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रानाथारु भाषाको पहिलो वेवासईत
२०८२ मंसिर ४ गते

समुदाय

कुछ बात सुनन हए तुम्हरी

२०७८ असार १४, सोमबार ०३:१०

Nandlal Rana

कुछ बात सुनन हए तुम्हरी

कुछ बात सुनन हए तुम्हरी,कुछ बात सुनान हए तुम्के,आधो हओँ मए अधुरी मिर जिन्दगी,जा इकल्लो पलकि याद बतान हए... विस्तृतमा

मोहब्बत जबसे भइ हए तुमसे

२०७८ असार १३, आईतवार २३:४४

Nandlal Rana

मोहब्बत जबसे भइ हए तुमसे

मोहब्बत जबसे भइ हए तुमसे,मए कुछ बौलाइगओ हओं,बहे दुनिया, बहे जहाँ अलग लागत हए,मए जिन कहाँ हराइगओ हओं, चाहनवाले सबए त... विस्तृतमा

गजल

२०७८ असार ४, शुक्रबार १२:४६

Nandlal Rana

गजल

तोके भुलगओ बाके भुलगओ,सारा दुनिया भुलगओ मए,जबसे लगालओ एक पेग,कतइ अपने आपके भुलगओ मए, जिन का नसा हए तिरमे,एकघरिमे... विस्तृतमा

गजल

२०७८ असार ३, बिहीबार १४:२६

Nandlal Rana

गजल

अबओ तुमके सपनोकि दुनियाँकि सयर करामओ,अपनो दिलकि धड्कनमे खुब अच्छेसे सजामओ,अपनए के त कैसे सुथरे मानैगे र तुम,अबओ... विस्तृतमा

सोरठ लोककथा

२०७८ बैशाख २७, सोमबार २२:१८

Nandlal Rana

सोरठ लोककथा

धनगढी,२७ बैशाख । महल कुइ दैगओ झुकैँया रे ,हाँ रे धन मेरी सुनी सेज महल कुइ दैगओ झुकैँया रे ।एक देशमें कक्ष नामको एक... विस्तृतमा

‘सोरठकी साखी’

२०७८ बैशाख २५, शनिबार ०१:०५

Nandlal Rana

‘सोरठकी साखी’

लक्ष्मि राना ( शिक्षक) धनगढी,२४ बैशाख । महल कुइ दैगओ झुकैँया रे ,हाँ रे धन मेरी सुनी सेज महल कुइ दैगओ झुकैँया... विस्तृतमा

‘सबेरो’

२०७८ बैशाख २३, बिहीबार १९:३५

Nandlal Rana

‘सबेरो’

धनगढी,२३ बैशाख । ‘सबेरो’ जगमगात अजियारो लै के आबौ ।सब रानाथारुके दिल्ल दिमाग मे छाबौ ।।शिक्षा कि ज्योत सबके... विस्तृतमा

होरी गित प्रतियोगिमे प्रथम प्रतियाेगि से भइ बातचित , भिडियाे सहित

२०७८ बैशाख ६, सोमबार २१:२०

Nandlal Rana

होरी गित प्रतियोगिमे प्रथम प्रतियाेगि से भइ बातचित , भिडियाे सहित

धनगढी,६ बैशाख । रानाथारु उत्थान समन्वय मञ्च पुनर्वास कञ्चनपुर रानाथारु सामुदायको बडो तिउहार होरी के... विस्तृतमा

‘होरी’ कविता

२०७७ चैत्र १५, आईतवार २२:५५

Nandlal Rana

‘होरी’ कविता

बासमती रानापुनर्वास न।पा।१, पुरैना कञ्चनपुर ।।१।।होरी आइ उमङ्ग भरि फागुनकि पुरनमासिमेसदभाव जगाइ भयाबहिनिया... विस्तृतमा





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