पुनम राना
धनगढी,२० पुस ।
भुल हुइगौ जानजान के , बिस्वास करडारे सारा दुनिया के
लेकिन का करय नुक्सान त हए बो होनय के ।।
वाचा कसम खबात हए बे काहेके
और सौर देत हए बो भगवान के ।।
जब जरुरत पडत हए बे ढोगत हए सर झुकाएक
अपनी त दुख कौन देखदेबै डुकत फिरत हए बे सर लुकएके।।
बाढ नदिया हल्कोरा लेत नेगत बो नदिया
आज शान्त हुइगैइ भुलगैइ अपनी मन्जिल्के।।
धनगढी उ.म.न.पा.१३ कैलाली गाउँ