धनगढी, ३ चैत
रानाथारु समुदाय होरी तिउहार के बडो तिउहारके रुपमे मानत हएँ । हिन्दु संस्कृतिमे होरी तिउहार परापुर्वकालसे चलतआएरहो रंगविरंगी पर्वहए । रानाथारु समुदायमे होरी तिउहार एक महिना आठ दिनतक मानतहएँ । असत्यउपर सत्यको विजयके खुशिमे होरी तिउहार मनातहएँ । माघ महिनाकी पुर्णमासि से शुरुभइ होरी फागुन महिनाको पुर्णमासि पच्छु ८ दिन मरि होरी करके खेलत हएँ ।
ऐसीकरके होरीको अन्तिम ८ औ दिनमे खखडेहरा फोडत हए । खखडेहराके दिन सबेरेसे घरघरसे एकएक लोग , बैयर या बच्चा जौन जायसे फिर अपन घरसे फुटोघल्लक खपटोहरामे सतरंगी अन्न औ सात बन्नीके सिंकामे सात मट्टीके गुल्ला मे पोहेके औ एक लोटामे पानी सबेरे ५,६ बजे घैन गाँवके दक्खीन जातहएँ औ अपन गाँओको खेरो नाघक तिउराहो या चौराहोमे सब जनी तरपर घरसे लावभव समान धरके गाँवको पधना या भलमन्सा उपरसे एक अण्डा धरके हरकि परहारीसे फोडदेत हएँ । हुनसे भाजत हए ओ पच्छुघुमक नादेखत हए । कहत हए पच्छुसे रक्षस रपटात हए जौन पच्छु घुमक देखत हए बहेके रक्षस खाइजात हए कहाइहए । ऐसी करके उमंग औ उल्लासमय बातावरणमे होरी तिउहार मनात हएँ ।
नेपाल रानाथारू समाज केन्द्रिय कार्यसमितिक पहलमे सुदुरपश्चिम प्रदेस कैलाली औ कंचनपुर जिल्लामे चैत ४ गते मंगरबार के दिन सार्वजनिक बिदा दइहए। रानाथारु समुदायक महत्वपूर्ण तिउहार खखडेहरा के अवसरमे सुदुएपस्चिम प्रदेश सरकार चैत ४ गते सार्बजनिक बिदा देन निर्णय करिहए। प्रदेशक आन्तरिक मामिला तथा कानुन मन्त्रालय के शुचना अधिकारी लक्ष्मी प्रसाद जोशिसे जारी भओ शुचना कैलाली औ कंचनपुर जिल्लामे रहे सबए सरकारी कार्यालयमे सार्वजनिक बिदा देन जानकारी दैहएँ ।