नन्दलाल राना प्रधान सम्पादक/ धनगढी ४ चैत ।
महामहिम राष्ट्रपति भारत सरकार श्री राम नाथ कोबिन्द द्वारा “नारी शक्ति पुरुस्कार” भारती तिथीअनुसार ८ मार्च २०२२ (२०७८ फागुन २४ गते) सम्मानित भईरहए “नारी शक्ति” आरती राना ।

भारत सरकार रानाथारु समुदायकी गरिव परिवारकी महिलाके उनको कलाके सम्मान स्वारुप राष्ट्रपतिसे सम्मान दौगओ रहए । तओ रानाथारु सामुदायकी तर्फसे आरती रानाके सम्मान काहे नदओ जए कहन उद्देश्यसे “नारीका करना सम्मान, तभी बनेगा देश महान” मुल नाराके साथ थारु जन कल्याण संस्था लखिमपुर खीरी द्वारा आरती रानाक स्वागत एवं अभिनन्दन समारोहको आयोजना करिरहए ।

कार्यक्रम छिदियाके प्रधान राम नरेश रानाके सभापतित्वमे सम्पन्न भओ रहए । कार्यक्रमके प्रमुअ पहुन यु .पी.आइ.डी आर डिप्टी कमिशनर उत्तर प्रदेशके शिप्रा शुक्ला रहएँ । बे कार्यक्रमके सम्बोधन करत कहि थारु क्षेत्र बहुत पिछडो हए , हिनपर बढिया स्कुल कलेज नबनपाइ हए तहिकमारे अभय फिर जनचेतनक स्तर उठन बाँकी हए बताइ कमिशनर शुक्ला । और बे कहि अबसे आन बालो हर अन्तराष्टिय नारी दिवसके दिन जा थारु क्षेत्रकी कोइ न कोइ महिलाके सम्मान करो जबैगो जक ताँही तुमर सबको साथ और सहयोगकी पुरी आशा हए बताइ ।

अभिनन्दन कार्यक्रमके विश्ष्टि पहुना द्वोए डिजाइनर उत्तर प्रदेश आइ.डी आर डा. गरिमा रानी अाैर परियोजना अधिकारी चन्दन चौकीके श्री यु.के. सिँह रहए । डा. रानी सभाके सम्बोन करत कहि मय जो जानत रहौ बहे सिखौ पर काम त हिनकी महिला दिदीवहीनियाँ करि मोए बहुत खुशी लागो हिनकी महिलाको एकता देखके ऐसी एकता बनी रहए त आरती राना जैसी और महिला सम्मान होनके अवसर आबैगो बताई  डिजाइनर रानी । ऐसी करके संस्थाके महामंत्री रामचन्द्र राना, अध्यक्ष छैल विहारी राना, नेपालके पत्रकार नन्दलाल राना कार्यक्रमको शुभकामना दइरहएँ कहेसे सम्मान कार्यक्रममे गावके भद्रभलादमी लगायत व्यक्तिनको उपस्थित रहए ।

कार्यक्रममे स्वागत मन्तव्य संस्थाके उपाध्यक्ष ओम प्रकाश राना करिहए । कार्यक्रमकी मुख्य अकर्षक गाेवराैला गाव लखिमपुर खिरी उत्तर प्रदेशमे बैठनबाली आरती राना रहएँ । बे कार्यक्रमकी बधाइकी पात्र रहएँ संस्था उनके दोसल्ला ओढाइके मायाको चिनोसे सम्मान करिरहएँ ।

सम्मान पच्छु आरती राना अपन दुई शब्दमे कहि जौन सम्मान मय राष्ट्रपतिसे पाओ हौ जा सम्मान मिर इकल्लो नहए जा सम्मात त हमर सब थारु क्षेत्रकी महिलाको सम्मान हए । आज हमर दिदीवहिनिया जौन कलाको सृजान नकरी होती तओ मय सम्मान कहाँसे पइतो तहिक मारे हमर सामुदमे रहो कलाके मिर द्वारा उजागर भौ हए पर कला सिखान बाले त हमर सामुदय की महिला दिदीबहिनियाँ हए । तहिक मारे जा सम्मान मिर इकल्लो नहए कि तुमर सबको सम्मान हए कहिरहएँ  सम्मानित राना।