मोहब्बत जबसे भइ हए तुमसे,
मए कुछ बौलाइगओ हओं,
बहे दुनिया, बहे जहाँ अलग लागत हए,
मए जिन कहाँ हराइगओ हओं,
चाहनवाले सबए त हएँ आसपास,
मए जिन कौनके ढुँडन डटो हओं,
खलखल पसिना अनिया गर्मी हए बाहेर,
और बरफ हानि मए ठन्डाइगओ हओं,
देख डारो दुनियाको रमझम बहुत,
मए अब बुढाइगओ हओं,
उठाएके फेँकदे मोके नरकमे भगवान्,
मए हिना जीके बिल्लाइगओ हओं,