धनगढी,२९ पुस ।
रानाथारू भरखर अलग अदिबासीजनजातिमे सुचिकृत भओहए तबहिक मारे भाषाको महलमे रानाथारू भाषा, जातको महलमे रानाथारू लिख्बैयो कहिके रानाथारू समाजके केन्द्रिय उपाध्यक्ष कमल सिंह राना कहिहएँ ।
केन्द्रीय तथ्यांक विभागसससे १२ औं राष्ट्रिय जनगणना करनकी तयारीमे जोडतोडसे लगोहए ।’मेरो गणना मेरो सहभागिता’ कहनबाराे मुल नाराके साथ आनबालो २०७८ जेठ २५ से असार ८ गतेभितर जनगणना करन विभाग तयारीमे लगोहए ।
नेपालमे वि.स. १९६८ से सुरु भव जनगणना हरेक १० वर्षमे दोहोरात हएँ । ‘अबको कुछ महिनापच्छु होनबालो १२औं जनगणना देशको जनगणनाको निरन्तरता इकल्लो ना हए’, ज त ‘औरसालसे फरक विशेष औ बहुप्रतिक्षित जनगणना हए कहिके बताइ जनसंख्याके प्राध्यापक डा. योगेन्द्रबहादुर गुरुङ , । ११औं जनगणना पच्छु संविधानसभासे जारी संविधानसे नयाँ शासकीय संरचनाक अनुसारको व्यवस्था भओहए । जा मे विकास क्षेत्र, अञ्चल और गाउँ विकास समिति जैसे पुरानो संरचना निरन्तरता नापाइहए । नयाँ संविधानसे ७ प्रदेश, ७७ जिल्ला, ७५३ पालिका औ ६ हजार ७४३ वडाको व्यवस्था करोगओ हए ।
अभए प्रदेश, पालिका और वडासे तयार भओ प्रोफाइलहरूमे प्रयोग भए बहुतसे तथ्यांक २०६८ क जनगणनाके आधारमेहए ।
होनबालो जनगणनाके ताँहि ९ हजार सुपरीवेक्षक औ ४३ हजार २७७ गणक भर्ना करन विभागकी तयारी हए । बिनके तीन महिनाक ताँहि रोजगारीमे धरैगो । पहिले जनगणनामे शिक्षकनके खटातरहए ।
अबखिर पढेभए स्थानीय युवानके रोजगारी देन उद्धेश्यसे पर विभाग जा निर्णयमे पुगोभर नाहए । ‘गणक औ सुपरीवेक्षक स्थानीय होनसे जध्दि यथार्थ विवरण आबैगो’, प्रा. डा. गुरुङकि कहाइहए, ‘वास्तविक आंकडाके हिसाबसे फिर जा दप्फेको जनगणनाक विशेष महत्व हए ।’
जासे पहिले विभागसे राष्ट्रिय जनगणनाके ताँहि सूचिकरण फारम, लगत-१ औ लगत-२ फारम भरंपडत रहए पर अबखिर एकऔर सामुदायिक प्रश्नावली फारम थपोहए । जामे मृत्यु, रोजगारी, वडासे दव सेवा सुविधा, विपद्, वडामे उत्पादन, वडासे बाहिर जानबालो वस्तु, आम्दानी, वडा शहरन्मुख हए, कि ना लगायत प्रश्न समेटके तयार करोगवहए।
जा फारम ६ हजार ७४३ सौँ वडा कार्यालयमे भरोजाबैगो। विभागके निर्देशक ढुण्डिराज लामिछानेक अनुसार सामुदायिक प्रश्नावली वडाध्यक्ष और वडा सचिवक रोहवरमे भरोजाबैगो । ‘जा नितान्त नयाँ प्रश्नावली हए’,बेकहि ‘वडाक तह तककि विस्तृत विवरण लेन उद्देश्यसे जा प्रश्नावली धरोगैहए ।’
भाषा, धर्म, जातजाति लगायतके विषयमे फिर विगतके तुलनामे विस्तृत गणना करन कहिके विभाग जनाइहए । जा दप्फेरके फारम मे भाषाक महलमे ‘पूर्खाको भाषा’ कहिके थपोगव हए कहिके जनाइहए ।