धनगढी, १३ असार ।
सुदुरपश्चिम प्रदेशमे आदिमकालसे बैठत आएरहे रानाथारु सामुदाय अपन अलग पहिचान और संस्कृति बोके हए । जहे अलग संस्कृति ,अलग बोलीभाषा से नेपाल सरकार रानाथारु समुदायके अलगसे आदिबासि जनजातिको जातिय सुचिमे सुचिकृत करिहए और भाषा आयोग से नेपालमे १२९ बोलनबालो भाषा भितर रानाथारु फिर एक अलग बोलन बालो भाषा हए कहिके मन्यता दइहए । हरेक क्षेत्रमे पिछडो समुदायके रुपमे मनोजात हए । राज्यमे एकिन तथ्यङ्क नभएसे फिर कैलाली और कञ्चनपुर दुई जिल्ला मिलाइके कुल जनसंख्या ३लाख ५० हजार के आसपासमे हए । अन्य समुदाय जैसो जक फिर अपन मुल्यमन्यता हए बेहि मुल्यमन्यता अनुसार जातपात और रितिसंस्कृति मनात आएरहे हए । जा समुदायको सबसे बडो तिउहार होरी हए कहेसे दुसरो बडो तिउहार तिज हए । असार पुरनमासीक दुसरो दिन से समानको डोला डारन शुरुहूजात हए अाैर १५ दिन तक सांझके महिला जुडके डाला डाेलत हए । जा सालको सामनको डोला डारन दिन असाड महिनाक २२ गते पडो हए और बुडा पच्छु तृतिय तिथिके रोज तिजके दिन ( समान ८ गते तिज हए ) सामनको डोलक बह्राक एक छोर काटके झुडकि संग पोहत हए बहे दिनसे डोला डोलन बन्दहुइ जात हए ।
सामनकाे डाेलमे गानबाली गित