रुद्रा अभिषेको महात्व

३० फाल्गुन २०७६, शुक्रबार
रुद्रा अभिषेको महात्व

धनगढी , २९ फागुन

रुद्रा अभिष का हए ? जको महात्व का हए ? । जाके पाछु एक कहानी हए जब भगवान शिव को अपने ससुरार मे राजा दक्ष के द्वारा अपमान करो गओ तओ माता पार्वती बओ अपमान सहन ना करपाई और यज्ञ वेदी मे कूद गई और यज्ञ बेदी मे जल गई ।

तभईसे भगवान संकर तांडव करन लगे और माता पार्वती के आगी मे वचान ताँहि कूद पडी , पर तव तक माता पर्वती सती के रूप मे आधि भुज गई रहएँ और अइया सती को अंग भंग हुइ गओ ।

जहाँ जहाँ उनके अंग गिरे , हुवाँ हुवाँ शक्ति पीठ वन गए, जैसे कि माता वैस्नव देवी मे पिंडी गिरी रहएँ , और पूर्णागिरि मे नाभि गिरी रहे , ऐसे भारत मे बहुतसे स्थान हएँ ।ं जहाँ माता सती के पूजो जात हए । जिव माता सती मृत्यु के प्राप्त हुइ गई ।

तबहि भगवान संकर के दुख मे उनके आँसू टपकन लगे और उनके आँसू जहाँ जहाँ गिरे हुवाँ हुवाँ रुद्राक्ष के पेड जम गए । रुराक्ष के फल से पूजा अर्चना करतक हएँ और आज रुद्राक्ष की पूजा सम्पूर्ण हिन्दु धर्मलम्बि मानतआएहएँ । तहिकमारे हिन्दू धर्म मे रुद्राक्ष को बहुत महत्व हए ।
बात महाशिवरात्रिमे आयोजना भओ कार्यक्रम कि हए ।


वाराह राणा स्मारक समितिसे गैइ शिव रात्रि के दिन महा मंडलेश्वर परम पूज्य सुरेशानंद १००८ जी नीमच मध्य प्रदेश के द्वारा १११ जडि बूटी से भगवान शिव के रुद्र्राभिषेक करो गओहए । उत्तर भारत मे दुइ जगह मे रुद्राभिषेक करो जात हए, बागेश्वर और वाराह राणा स्मारक समिति मेँ ।

रुद्राक्ष से शुगर कैंसर व्लड प्रेशर जैसी बहुत सि वीमारी ठीक हुइ जात हए अइसो मन्यता हए । रुराक्ष की प्रयोग विधि २१ रुद्राक्ष एक तामो के गिलास मे बोर के रुराक्ष को पानी एक महीना तक पीन से शुगर की वीमारी ठीक हुइ जात हए । अभय नानक मत्ता, खंड खटीमा खंड, सितारगंज खंड, मे ११ स्थान मे रुद्राअभिषेक को कार्यक्रम करो गौ हए ।

रुद्राअभिषेक के द्वारा और श्रद्धा जागरण के द्वारा रानाथारु ईसाई वन गए रहएँ उनके फिर से रानाथारुवा वनाओ गओ हए । अभय तक १५८ परिवार रानाथरुवा वने हए । रुद्राभिषेक कार्यक्रम लगातर दुइ वर्षो से करत आएरहे हएँ ।

श्रद्धा जागरण प्रमुख जिला डिल्लु राना जानकारी दइहएँ ।
बाह्रा राना के पदाधिकारी अध्यक्ष श्रीं पाल , सह संगठन मंत्री डाल चंद , अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम मिहा मंडलेश्वर श्री सुरेशा नन्द , विधायक प्रेम सिंह राना लगायत।


सेवा प्रकल्प सस्थान जिला अध्यक्ष मलकीत राना , श्रद्धा जागरण उधम सिंह नगरके महा।मंत्री श्री रमेश राना , श्रद्धा जागरण प्रमुख हरीश राणा औ श्रद्धा जागरणप्रमुख डिल्लु राना, कि उपथिती रहए

जहु पढियाे …….

थारु समाजमे गन्धर्व व्याहा

रामायणा अाै कटाराे ( बेरीक बृक्ष)

थारुयुवा मञ्चद्वारा बाह्रा राणा स्मारक समिती से आयोजित गन्धर्व व्याहा कि आयोजना करोगओ हए । लोगा ( वर ) पक्ष राजेश राना इनद्रा राना गाँव उची महुअटके रहनबाले ।
बइयर ( बधु ) पक्ष श्रीमती गुड्डी देवी , कृष्ण सिह कुटरा विकास खंड खटिमा जनपद उधम सिह नगर प्रान्त उत्तराखण्डके रहनबाली ।
के बिच थारु समाजकि रितीरिवाजके अनुसार गन्धर्व व्याहाको आयोजना करोगओ हए । रामायण औ कटाराे (बेरीके बृक्ष) के सातफेरा लइँ । जा थारु समाजकी पहिलेसे चलतआओ परम्परा हए ।
गन्धर्व व्याहा कहो को वर ( लोग ) औ बधु ( बइयर ) को व्याहा पहिले हुइचुको रहए । परिस्थीतके कारणसे लोग औ बइयरको व्याहा पहिले विच्छेदन होनके कारण फिरसे पुनरव्याहाको आयोजना करन पडो कहिके बताइ ।
दुनो जनी ( मायाविवि ) पारम्पराके मन्यता अनुसार गन्धर्व व्याहा करनको निर्णय लइरहएँ । थारु समाजमे गन्धर्व व्याहाको महात्वपुर्ण सन्देश देनके ताँहि आयोजना करोगओ हए । जासे व्याहा बिच्छेदन पच्छु कि बाँकी जिन्दगी सहज औ सुगमतासे गजरए ।
गन्धर्व व्याहा समारोहमे थारु युवा मञ्चके अध्यक्ष राजीब राना , बरिष्ट सल्लाहकार रामकिसोर राना , आयोजक संस्थाके जिल्ला अध्यक्ष मलकीत राना औ किसान संघके युवा प्रमुख सवन रानाकी उपस्थित रहए ।

मायाविविकाे पुनरव्याहा

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